शेयर मार्केट क्या है और कैसे काम करता हैं – Learn Share Market Basics in Hindi


2020 की भारी गिरावट और फिर जबरदस्त तेजी को देखने के बाद हर व्यक्ति को Share Market में हाथ आजमाने का मन कर रहा है| ऐसे में कई लोग यह जानना चाहते है की शेयर मार्केट होता क्या है और यह कैसे काम करता है और स्टॉक मार्केट मे इन्वेस्ट कैसे किया जाता है|

तो आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको बड़ी ही आसानी से Guide करेंगे की What is Stock Market और एक साधारण से साधारण व्यक्ति भी कैसे इसमें निवेश कर सकता है|

Contents


Open Your Demat Account

1. What is Share Market in Hindi – शेयर मार्केट क्या हैं?

Stock Market या Share Market वह जगह होती हैं जहाँ पर Equity, Debentures, Mutual Funds, Derivatives और अन्य प्रकार की Securities (प्रतिभूतियों) को Stock Exchange के माध्यम से ख़रीदा और बेचा जाता हैं|

भारत में दो सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज है –

  1. BSE (Bombay Stock Exchange)
  2. NSE (National Stock Exchange)

सबसे पहले आपको यह जानना जरूरी है की एक शेयर क्या होता है| आसान भाषा मे कहा जाये तो एक शेयर कंपनी की कैपिटल का एक हिस्सा है| जब आप किसी कम्पनी के शेयर खरीदते है तो आप शेयर के प्रतिशत के अनुपात में उस कम्पनी के मालिक बन जाते है| अगर आपके पास किसी कंपनी का एक भी Share है तो आप उस कंपनी के उतने हिस्से के मालिक बन जाते है जितना कंपनी के कैपिटल मे उस शेयर का हिस्सा या अनुपात है|

कम्पनियाँ SEBI के दिशा निर्देशों के आधार पर अपना IPO निकालती है और जिसके बाद उनके शेयर Open Market में Buy और Sell किया जा सकते है|

उदाहरण के लिए –

एक ABC.ltd ने 10 लाख शेयर के साथ Public Issue निकाला| अब लिस्टिंग होने के दिन से ही आपने उस कम्पनी के 1 लाख शेयर ख़रीद लिये यानी अब आप उस कपनी में लाभों में 10% के हिस्सेदार बन गये है|

यदि आप नहीं जानते की पब्लिक इशू क्या होता है और उसमे इन्वेस्ट कैसे करते है तो यह पोस्ट जरुर देखे – आईपीओ में निवेश कैसे करे?


2 शेयर बाजार कैसे काम करता हैं?

शेयर मार्केट क्या है यह समझने के बाद जानते है की Share Market कैसे काम करता है|

यह बड़ा ही आसान है आपको इन चार चीजो को समझना होगा –

  • लिस्टेड कम्पनियां
  • शेयर होल्डर
  • डिमांड और सप्लाई
  • मार्केट की परिस्थिति आदि|

इसे सरल तरीके से एक एक करके समझते है >>>

2.1 कम्पनियां शेयर्स कैसे Issue करती हैं?

सबसे पहले कंपनियां अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर IPO (Initial Public Offering) लाती है और अपने शेयर्स स्वंय द्वारा निर्धारित किये हुए मूल्य पर Public को Issue करती हैं| एक बार IPO पूरा हो जाने के बाद Shares – Market में आ जाते हैं और स्टॉक एक्सचेंज और ब्रोकर्स के माध्यम से निवेशकों द्वारा आपस में ख़रीदे और बेचे जाते हैं|

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2.2 शेयर्स की Price कैसे बदलती हैं?

IPO लाते समय शेयर्स की कीमत कंपनी तय करती हैं लेकिन एक बार आईपीओ पूरा हो जाने के बाद Shares का मूल्य मार्केट की Demand और Supply के आधार बदलता रहता है| यह डिमांड और सप्लाई कई तरह से Change होती रहती है –

आप इसे ऐसे समझ सकते है –

अगर शेयर्स ख़रीदने वालो की संख्या बेचने वालो से ज्यादा होगी तो Shares की Price बढ़ेंगे —

High Price

और उसका अगर उल्टा होता है यानी बेचने वालो की संख्या खरीदने वालो से ज्यादा है तो Price कम होगी —


3 सिक्योरिटीज और इंडेक्स?

ज्यादातर लोगों को लगता हैं कि स्टॉक मार्केट में केवल शेयर्स ही ट्रैड होते हैं लेकिन ऐसा नहीं है| शेयर्स की तरह अन्य कई सिक्योरिटीज भी होती हैं जिनका स्टॉक मार्केट में Trade किया जाता है|

3.1 Sensex क्या होता है?

Sensex बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और Sensex का निर्धारण BSE में लिस्टेड Top 30 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) के आधार पर किया जाता हैं|

अगर सेंसेक्स बढ़ता हैं तो इसका मतलब हैं कि BSE में रजिस्टर्ड ज्यादातर कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं|

और इसी तरह अगर सेंसेक्स गिरता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि अधिकांश कंपनियों का प्रदर्शन ख़राब रहा हैं|

किसी कंपनी के खराब या अच्छे प्रदर्शन का मतलब कंपनी की लाभ कमाने की स्थिति से है|

3.2 Nifty क्या हैं?

Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और इसका निर्धारण NSE में लिस्टेड Top 50 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन आधार पर किया जाता हैं|

अगर Nifty बढ़ता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा प्रदर्शन किया हैं|

3.3 Bond & Debentures क्या होते है?

Bond/Debenture एक तरह से Loan की तरह ही होता हैं|

जब कंपनी को किसी प्रोजेक्ट के लिए पैसे की आवश्यकता होती हैं तो या वे बैंक से लोन ले सकते हैं या फिर वे जनता (Investors) से लोन लेते हैं और जनता को Bonds/Debentures Issue कर देते हैं|

जिसका Repayment उन्हें तय समय में करना होता हैं|

कंपनियां Bonds/Debentures पर निर्धारित Rate से Interest का Payment करती हैं और Bond की अवधि पूरी हो जाने पर वापस बांड्स के बदले Repayment कर देती हैं|

Bonds/Debenture किसी भी निवेशक के लिए Shares की तुलना में एक Secure Investment Option होता हैं|

क्योंकि इसमें कंपनी द्वारा निर्धारित दर से समय समय पर ब्याज दिया जाता हैं और Maturity (बांड की अवधि पूरी होने) पर Repayment कर दिया जाता हैं|

Shares के मामले मे कंपनी शेयर होल्डेर्स को लाभांश (डिविडेंड) देती है, लाभांश का मतलब होता है कंपनी द्वारा कमाए गए Profit का हिस्सा| Bonds & Debenture के मामले मे कंपनी इनके धारको को एक फ़िक्स्ड प्रतिशत से ब्याज देती है और यह Interest वार्षिक दर पर दिया जाता है|

3.4 Mutual Funds क्या है?

Mutual Funds एक तरह का Shares और Bonds में Indirect Investment होता है|

म्यूच्यूअल फंड्स एक प्रकार की संस्था या ट्रस्ट होती है जो अपनी यूनिट्स (Shares) जारी करती है, जिसे खरीदकर लोग म्यूच्यूअल फण्ड में Invest करते है|

इन्वेस्ट की गयी रकम को म्यूच्यूअल फंड्स के प्रोफेशनल मैनेजर अपने ज्ञान, अनुभव, सूझबूझ और एनालिसिस के आधार पर कई प्रकार की प्रकार के Shares एंव अन्य सिक्योरिटीज में निवेश करते है|

म्यूच्यूअल फण्ड में Investment का Benefit यह होता कि Professional Fund Manager सभी एकत्रित धनराशी को अपने ज्ञान के आधार पर सबसे बेस्ट तरीके से निवेश करने की कोशिश करते है जिसके बदले में वे कुछ फीस चार्ज करते है|

जाने की – ज़ेरोधा में म्यूच्यूअल फंड्स कैसे ख़रीदे?

3.5 SIP क्या होती है?

एसआईपी का मतलब हैं – Systematic Investment Plan (SIP) म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने का ही एक तरीका हैं|

इसमें एकमुश्त (Lump Sum) निवेश की जगह हर महीने एक निश्चित राशी को Mutual Fund में निवेश किया जाता हैं|

निवेशक के Bank Account को SIP Scheme से लिंक कर दिया जाता हैं जिससे हर महीने एक निश्चित राशि बैंक अकाउंट से म्यूच्यूअल फण्ड में ट्रान्सफर हो जाती हैं और उतनी राशि के बराबर म्यूच्यूअल फण्ड यूनिट्स निवेशक के अकाउंट में आ जाती हैं|

सरल और आटोमेटिक होने के कारण SIP आजकल बहुत प्रचलित हैं|

3.6 Derivatives क्या होती है?

  • Derivatives का अर्थ भविष्य के लेन देन को आज निर्धारित करना होता हैं|
  • जिन्हें Stock Market में Options एंव Futures के द्वारा अंजाम दिया जाता हैं|
  • वायदा कारोबार तहत आप भविष्य के लेन देनों को आज एक निर्धारित मूल्य (Future Price) पर अंजाम दे सकते हैं|
  • इसमें Actual Delivery नहीं दी जाती और मूल्य के अंतर के आधार पर Settlement किया जाता हैं|

4 शेयर्स मार्केट में Invest कैसे करे?

शेयर मार्केट क्या है और कैसे काम करता है समझने के बाद बात आती है की आप इसमें निवेश कैसे कर सकते है –

इसके लिए आपको एक अच्छे Stock Broker के साथ Trading और Demat Account खोलना होता है|

जिसके लिए आप Zerodha को चुन सकते है –

4.1 Demat Account क्या हैं?

जिस तरह बैंक अकाउंट में रूपये जमा कर सकते हैं उसी तरह Demat Account में आपके निवेश से संबंधी सभी Securities जैसे Share, Bonds, Government Securities, Mutual Funds आदि को Electronic Form में Store किया जाता हैं| आप अपने डिमेट अकाउंट को मोबाइल एप की सहायता से कंट्रोल कर सकते है|

4.1 Trading Account क्या हैं?

Trading Account का उपयोग आपके शेयर व्यवसाय में Share Sell and Purchase करने के काम आता है|

यह Account आप किसी अच्छे Broker के पास खोल सकते हैं और ऑनलाइन सुविधा होने के कारण आप इस अकाउंट की सहायता से कभी भी शेयर्स खरीद और बेच सकते हैं।

4.3 Investment Account कैसे खोले?

Open Your Demat Account

ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट खोलने के लिये यह जरुरी है की आप Best Demat Account में ही अपना खाता खोले –

इसके लिए आपको अपने बैंक से KYC करवाने की जरूरत होती है|

एक प्रकार से यह खाता आपके फंडस को मेनेज करता है और इससे जुड़ी सारी जानकारी रखता|

इस Account को आप बैंक से उसी प्रकार खोल सकते हैं जैसे आप किसी बैंक से सामान्य खाता खोलते हैं|

Demat और Trading Account खोलने के लिए आपको जिन डोक्यूमेंट्स की जरूरत होगी >>>

  1. Aadhar Card
  2. PAN Card
  3. Address Proof
  4. Income Proof
  5. Cancel Cheque
  6. 2 Passport Size Photo

इन सभी दस्तावेज़ों को जमा करते समय इस बात का ध्यान रखें इन सभी प्रमाण पत्रों में आपका नाम सही और स्पष्ट लिखा हो और एक ही तरीके से लिखा हो|

इसके अलावा आप Account खुलवाते समय इन सभी Documents की Photostat Copy लगाते हैं|

लेकिन अपने पास इनकी Original Copy भी रखें जो किसी भी समय वेरिफिकेशन के लिए मांगी जा सकती है|

Demat Account या Trading Account को खोलते समय आप जिन कागजों पर हस्ताक्षर करते हैं उन पर लिखे गए नियमों और निर्देशों को आप ध्यान से पढ़ जरूर लें|

Bottom Line

आशा करता हूँ की आपको शेयर मार्केट क्या है? यह समझ आ गया होगा|

अगर आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो हमें Comment Box में पूछ सकते है| (Share Market In Hindi)

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अभिषेक राजस्थान से हैं और वे हैप्पीहिंदी.कॉम पर बिज़नेस, इन्वेस्टमेंट और पर्सनल फाइनेंस के विषयों पर पिछले 4 वर्षों से लिख रहे हैं| उनसे [email protected] पर संपर्क किया जा सकता हैं|

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